Swiggy IPO: का Big debut: IPO और Zomato के साथ Stock Market की बड़ी टक्कर!

आज भारतीय शेयर बाजार में एक खास हलचल है क्योंकि Swiggy IPO अपने डेब्यू के लिए तैयार है। 11,300 करोड़ रुपये के इस IPO ने निवेशकों का ध्यान खींचा है, और इसके मार्केट परफॉर्मेंस को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं। Swiggy न केवल फूड डिलीवरी में बड़ा नाम है बल्कि इसका Instamart प्लेटफॉर्म भी तेजी से बढ़ रहा है। इस आर्टिकल में, हम Swiggy के इस IPO इवेंट के तीन प्रमुख पहलुओं पर नजर डालेंगे: IPO के सब्सक्रिप्शन का रिस्पॉन्स, Zomato के मुकाबले इसकी वैल्यूएशन, और कंपनी की भविष्य की योजनाएँ।

1. Swiggy IPO Subscription का रिस्पॉन्स

Swiggy IPO लगभग 3.5 गुना सब्सक्राइब हुआ, जो कि इस तरह के बड़े इश्यू के लिए थोड़ा कम माना जा रहा है। खासकर हाई नेट वर्थ इन्वेस्टर्स (HNI) ने इसमें ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। मुख्य रूप से रिटेल निवेशकों और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) की सहभागिता ने इस IPO को समर्थन दिया है। कुल मिलाकर, मार्केट की उम्मीदों के मुकाबले यह सब्सक्रिप्शन स्तर थोड़ा निराशाजनक है।

इस तरह का सब्सक्रिप्शन लेवल यह दर्शाता है कि कुछ निवेशक Swiggy के बिजनेस मॉडल और ग्रोथ पोटेंशियल को लेकर सतर्क हैं। Instamart जैसे कॉम्पिटिटिव सेक्टर में कंपनी का निवेश जरूर अहम है, लेकिन इसके नतीजे कितने स्थिर रहेंगे, यह एक बड़ा सवाल है। यह देखा जाना दिलचस्प होगा कि मार्केट ओपनिंग में इसका प्रदर्शन कैसा रहता है।

2. Zomato के मुकाबले डिस्काउंट पर ट्रेडिंग

Swiggy IPO का सबसे बड़ा कॉम्पिटिटर Zomato है, और निवेशक दोनों की तुलना करना स्वाभाविक है। Swiggy का इश्यू प्राइस 390 रुपये है, जो कि Zomato के वैल्यूएशन से लगभग 60% डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है। Zomato पहले ही IPO के माध्यम से मार्केट में एक मजबूत स्थिति बना चुका है, लेकिन Swiggy के डिस्काउंटेड प्राइस से यह पता चलता है कि निवेशक Swiggy की तुलना में Zomato को ज्यादा स्थिर मानते हैं।

यदि Swiggy का स्टॉक मार्केट में प्रीमियम के साथ खुलता है, तो यह डिस्काउंट कम हो सकता है, जिससे Swiggy को निवेशकों का विश्वास मिलने की उम्मीद है। लेकिन अगर यह 350 रुपये के आसपास खुलता है, तो यह Zomato के मुकाबले लगभग 63% डिस्काउंट पर होगा। इसी तरह, अगर यह 500 रुपये के आसपास ओपनिंग पाता है, तो यह डिस्काउंट करीब 50% तक सिमट जाएगा।

इस तुलना से यह भी समझा जा सकता है कि Swiggy की प्राइसिंग के पीछे क्या रणनीति रही है और निवेशकों ने इसे कैसे अपनाया है। यदि Swiggy Zomato के मुकाबले बेहतर परफॉर्म कर पाता है, तो निवेशकों के लिए यह एक अच्छी ग्रोथ पोटेंशियल साबित हो सकता है।

3. Swiggy IPO भविष्य की संभावनाएँ और ग्रोथ स्ट्रैटेजी

Swiggy का भविष्य काफी हद तक इस पर निर्भर करता है कि यह अपने बिजनेस मॉडल को कैसे विकसित करता है। कंपनी की योजना है कि अगले चार क्वार्टर्स में 1,500 नए स्टोर्स खोले जाएँ, जो मुख्य रूप से Instamart को केंद्रित करेंगे। Instamart का उद्देश्य क्विक डिलीवरी में अपना प्रभुत्व स्थापित करना है, जो Swiggy के लिए एक बड़ा ग्रोथ ड्राइवर बन सकता है।

इसके अलावा, Swiggy का मुनाफा बढ़ाने के लिए फूड डिलीवरी मार्जिन में भी सुधार की योजना है। वर्तमान में फूड डिलीवरी का मार्जिन लगभग 8% है, और कंपनी का मानना है कि अगले दो से तीन वर्षों में इसे इंडस्ट्री एवरेज 5% से भी ऊपर ले जाया जा सकता है। यदि यह सफल होता है, तो Swiggy का मुनाफा और उसकी मार्केट वैल्यू में सुधार हो सकता है।

Instamart के विस्तार और फूड डिलीवरी के मार्जिन में सुधार के प्रयासों से Swiggy का भविष्य उज्ज्वल नजर आ रहा है। कंपनी का कहना है कि अगर उसकी योजनाएँ सफल होती हैं, तो यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर बन सकता है।

निष्कर्ष

Swiggy IPO डेब्यू भारतीय शेयर बाजार के लिए एक बड़ा इवेंट है। Zomato के साथ इसकी तुलना न केवल Swiggy के प्रदर्शन का संकेत देती है, बल्कि निवेशकों की अपेक्षाओं और कंपनी की दीर्घकालिक संभावनाओं को भी सामने लाती है। यदि Swiggy अपनी ग्रोथ स्ट्रैटेजी को अच्छी तरह से लागू कर पाता है और Instamart तथा फूड डिलीवरी दोनों क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करता है, तो यह निवेशकों के लिए अच्छा रिटर्न दे सकता है।

Swiggy का यह डेब्यू भारतीय फूड डिलीवरी इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव ला सकता है और यदि कंपनी अपनी योजनाओं पर टिकी रहती है, तो यह मार्केट में एक स्थायी खिलाड़ी बनने की संभावना रखती है।

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