भारत में हर साल 23 दिसंबर को Farmers’ Day मनाया जाता है। यह दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह को समर्पित है, जिन्हें ‘किसानों के मसीहा’ के नाम से जाना जाता है। चौधरी चरण सिंह ने अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा किसानों और ग्रामीण समुदायों के उत्थान के लिए समर्पित किया। उनके योगदान को याद करते हुए, इस साल राष्ट्रीय लोकदल (RLD) उनकी 122वीं जयंती के उपलक्ष्य में कई बड़े कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
चौधरी चरण सिंह का जीवन न केवल भारतीय राजनीति में प्रेरणा का स्रोत रहा है, बल्कि उनके द्वारा शुरू की गई नीतियां आज भी किसानों के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण के लिए मील का पत्थर हैं। उनकी जमींदारी उन्मूलन योजना ने लाखों किसानों को जमीन का मालिकाना हक दिलाया। यही नहीं, उन्होंने कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई प्रभावी कानून और योजनाएं लागू कीं।
चौधरी चरण सिंह: किसान हितों के सच्चे पैरोकार
चौधरी चरण सिंह ने भारतीय कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान दिया। उन्होंने हमेशा यह बात मानी कि जब तक किसान खुशहाल नहीं होंगे, तब तक देश की प्रगति अधूरी है। उनके नेतृत्व में लागू जमींदारी उन्मूलन अधिनियम (Zamindari Abolition Act) ने किसानों को साहूकारों और जमींदारों के शोषण से मुक्त किया।
उनकी सोच का आधार यह था कि भारत जैसे देश में, जहां अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है, किसानों की भलाई प्राथमिकता होनी चाहिए। उनकी बनाई नीतियों ने छोटे और मध्यम किसानों को सशक्त बनाने का काम किया।
Farmers’ Day: चौधरी चरण सिंह की विरासत और RLD का नया सफर RLD का नया दृष्टिकोण
राष्ट्रीय लोकदल (RLD) ने इस साल चौधरी चरण सिंह की विरासत को और मजबूती से बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। पार्टी ने एक साल का अभियान शुरू किया है, जिसमें चौधरी चरण सिंह के विचारों और उनकी नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
इसके अलावा, RLD ने एक नया फॉर्मूला पेश किया है – D-MAJGR (Dalit, Muslim, Ahir, Jat, Gurjar, और Rajput), जो सामाजिक न्याय और एकता की भावना को मजबूत करता है। यह फॉर्मूला न केवल किसानों बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाने की कोशिश है। पार्टी का मानना है कि किसानों और ग्रामीण समुदायों की समस्याओं को हल करने के लिए हर वर्ग का साथ जरूरी है।
किसान दिवस के कार्यक्रम और सम्मान
इस साल किसान दिवस के अवसर पर RLD ने दिल्ली में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह के नाम पर पुरस्कार दिए गए, जिनके जरिए कृषि, ग्रामीण विकास और पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
- ‘Waterman of India’ राजेंद्र सिंह को जल संरक्षण में उनके अनुकरणीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
- प्रीतम सिंह, एक प्रगतिशील किसान, को उनके टिकाऊ कृषि प्रयासों के लिए पुरस्कार दिया गया।
- नीरजा चौधरी को 2024 के आम चुनाव की बेहतरीन रिपोर्टिंग के लिए ‘Kalam Ratna Award’ से नवाजा गया।
इन पुरस्कारों का उद्देश्य न केवल चौधरी चरण सिंह की विरासत को जीवित रखना है, बल्कि उन व्यक्तियों को प्रेरित करना है जो ग्रामीण भारत और कृषि के क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं।
दिल्ली और अन्य राज्यों में विस्तार
RLD ने दिल्ली में एक AI Hackathon का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य चौधरी चरण सिंह के विचारों और उनकी नीतियों को डिजिटल माध्यम से युवा पीढ़ी तक पहुंचाना था। यह पार्टी का एक अभिनव कदम है, जो राजनीति में तकनीकी और डिजिटल पहलुओं को शामिल करता है।
पार्टी अब राजस्थान के जाट बहुल इलाकों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की रणनीति बना रही है। वहीं, पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश के सात जिलों में भी विस्तार पर ध्यान दिया जा रहा है।
किसानों के लिए RLD का संकल्प
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि RLD किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। चौधरी चरण सिंह की विरासत को आगे बढ़ाते हुए, पार्टी ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों के अधिकार और उनके जीवन स्तर में सुधार प्राथमिकता बने रहें।
RLD के इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक आधार मजबूत करना नहीं है, बल्कि किसानों और ग्रामीण समाज के कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रकट करना है।
समापन
Farmers’ Day केवल एक दिन नहीं, बल्कि उन सभी किसानों के संघर्ष और मेहनत को सलाम करने का मौका है, जो हमारे देश की रीढ़ हैं। चौधरी चरण सिंह की विरासत हमें याद दिलाती है कि जब तक किसान खुशहाल नहीं होंगे, तब तक देश प्रगति नहीं कर सकता।
RLD का यह प्रयास चौधरी चरण सिंह के विचारों और उनके सपनों को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। किसान दिवस के मौके पर हमें यह प्रण लेना चाहिए कि हम उनकी सोच को आगे बढ़ाते हुए भारतीय किसानों का उत्थान करेंगे।