UPPSC PCS Prelims 2024: परीक्षा का विस्तृत हाल
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 इस बार कई वजहों से चर्चा में रही। प्रदेश के सभी 75 जिलों में आयोजित इस परीक्षा में केवल 42% अभ्यर्थी ही शामिल हुए, जो अब तक की सबसे कम उपस्थिति में से एक है। परीक्षा का सामान्य अध्ययन (GS) पेपर इतना कठिन रहा कि अभ्यर्थियों ने इसे हल करने में खासी मुश्किलों का सामना किया।
यह परीक्षा रविवार को प्रदेश भर के 1331 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई। पंजीकृत 5,76,154 अभ्यर्थियों में से केवल 42% ने उपस्थिति दर्ज कराई। सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे के सत्र में सामान्य अध्ययन का पेपर आयोजित किया गया, जिसमें कुल 150 सवाल पूछे गए।
uppsc pcs prelims: सामान्य अध्ययन पेपर सबसे बड़ी चुनौती
सामान्य अध्ययन (GS) का पेपर इस बार इतना कठिन था कि कई उम्मीदवारों ने इसे परीक्षा का सबसे चुनौतीपूर्ण भाग बताया। करंट अफेयर्स के सवालों में तथ्यों की भरमार थी। उदाहरण के लिए, कुछ सवाल कल्याणकारी योजनाओं के प्रीमियम तक से जुड़े थे। इसके विपरीत, बजट, लोकसभा चुनाव, ओलंपिक, और महाकुंभ जैसे विषय, जिनकी तैयारी अभ्यर्थियों ने बड़े पैमाने पर की थी, पूरी तरह गायब रहे।
पेपर में इतिहास के 26, भूगोल के 29, अर्थव्यवस्था के 28, राजव्यवस्था के 22, विज्ञान के 16, पर्यावरण के 6, और विविध के 2 सवाल पूछे गए। विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रश्नपत्र अब तक के सबसे कठिन पेपरों में से एक था।
uppsc pcs prelims: पेपर का पैटर्न और इसकी जटिलता
अभ्यर्थियों के अनुसार, इस बार का पैटर्न पिछले वर्षों की तुलना में काफी जटिल था। क्रोनोलॉजी और कथन-कारण आधारित सवालों की संख्या अधिक थी, जिससे पेपर हल करने में ज्यादा समय लगा। कई सवाल ऐसे थे जिनमें केवल रटने वाले आकड़ों से काम नहीं चला।
विशेषज्ञों का मानना है कि UPPSC ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सतही और त्वरित तैयारी से इस परीक्षा में सफलता मिलना कठिन है। केवल मुख्य परीक्षा के स्तर की तैयारी करने वाले उम्मीदवार ही इस बार कुछ राहत महसूस कर पाए।
uppsc pcs prelims: सीसैट आसान लेकिन संतुलित
दूसरी पाली में आयोजित सीसैट का पेपर तुलनात्मक रूप से आसान था। यह क्वालिफाइंग प्रकृति का होता है, इसलिए इसमें प्रश्न अपेक्षाकृत संतुलित थे। इसमें सामान्य हिंदी और अंग्रेजी के 45 प्रश्न थे, जबकि गणित और रीजनिंग के सवाल मध्यम स्तर के थे। संप्रेषण कौशल और निर्णयन से जुड़े सवालों को भी इसमें शामिल किया गया।
अभ्यर्थियों ने इसे संतुलित बताया, हालांकि कुछ ने कहा कि इसे हल करने में समय प्रबंधन एक महत्वपूर्ण चुनौती थी।
uppsc pcs prelims : यूपी से जुड़े सवालों का अभाव
एक बड़ा मुद्दा यह रहा कि सामान्य अध्ययन के पेपर में उत्तर प्रदेश से संबंधित कोई सवाल नहीं पूछा गया। अन्य राज्यों की परीक्षाओं में राज्य विशेष से जुड़े सवालों को प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन इस बार UPPSC PCS Prelims में ऐसा नहीं हुआ।
पिछली बार यूपी से जुड़े कई सवाल पूछे गए थे, लेकिन इस बार इनका पूरी तरह से अभाव रहा। आयोग का यह निर्णय कई अभ्यर्थियों को अखर गया।
uppsc pcs prelims: साइकिल के पंक्चर का सवाल बना चर्चा का विषय
सीसैट के पेपर में एक सवाल साइकिल के पंक्चर बनाने से संबंधित था। इसमें अभ्यर्थियों को पंक्चर बनाने की प्रक्रिया को क्रम में व्यवस्थित करना था। यह सवाल सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया।
कुछ अभ्यर्थियों ने इसे आयोग द्वारा स्किल ट्रेनिंग को बढ़ावा देने की एक दिलचस्प पहल बताया, जबकि कुछ ने इसे परीक्षा के स्तर से हटकर बताया। यह सवाल परीक्षा में शामिल रोचक पहलुओं में से एक रहा।
मेरिट और आगे की तैयारी पर असर
इस बार की परीक्षा ने यह दिखाया कि UPPSC PCS Prelims का स्तर लगातार ऊंचा होता जा रहा है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस बार की मेरिट काफी कम रहेगी, क्योंकि अधिकांश अभ्यर्थियों ने सामान्य अध्ययन के पेपर को काफी कठिन पाया।
आयोग का यह कदम स्पष्ट करता है कि केवल वही अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफल हो पाएंगे, जिन्होंने गहन और गंभीर तैयारी की है। अभ्यर्थियों को अब मुख्य परीक्षा के स्तर पर तैयारी करनी होगी, क्योंकि केवल रटने और सतही ज्ञान से सफलता संभव नहीं है।
निष्कर्ष
UPPSC PCS Prelims 2024 ने अभ्यर्थियों को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि अब परीक्षा का स्तर और कठिन होता जाएगा। गंभीर तैयारी, गहरी समझ, और विषयों की व्यापक जानकारी ही सफलता की कुंजी बनेगी।
यदि आप UPPSC PCS Prelims की तैयारी कर रहे हैं, तो यह समय है कि आप अपनी रणनीति को और मजबूत करें और गहन अध्ययन को प्राथमिकता दें। परीक्षा का यह कठिनाई स्तर आयोग की एक नई दिशा की ओर इशारा करता है, और इसके लिए आपको पूरी लगन से तैयार रहना होगा।