परिचय:
भारत में 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारत के महान हॉकी खिलाड़ी, मेजर ध्यानचंद की जयंती के रूप में समर्पित है। इस दिन का उद्देश्य खेलों के प्रति जागरूकता फैलाना और युवाओं को खेलों में भागीदारी के लिए प्रेरित करना है।
भारत का राष्ट्रीय खेल:
कई लोगों के मन में सवाल उठता है कि भारत का राष्ट्रीय खेल कौन सा है। हालांकि, कई वर्षों तक हॉकी को भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाता था, लेकिन आधिकारिक तौर पर भारत का कोई राष्ट्रीय खेल घोषित नहीं है। बावजूद इसके, हॉकी का इतिहास और भारतीय हॉकी टीम की वैश्विक सफलता इसे भारत के दिल में एक विशेष स्थान देती है।
उत्तर प्रदेश का राष्ट्रीय खेल:
उत्तर प्रदेश, जो कि भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, का कोई विशेष “राष्ट्रीय खेल” नहीं है। हालांकि, राज्य में कबड्डी, क्रिकेट, और हॉकी जैसे खेल बेहद लोकप्रिय हैं और इन खेलों में राज्य के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहरा चुके हैं।
सतरंज कहा का राष्ट्रीय खेल हैं?
सतरंज (Chess) को भारत में उत्पन्न हुए खेलों में से एक माना जाता है, लेकिन यह भारत का राष्ट्रीय खेल नहीं है। शतरंज को रूस का राष्ट्रीय खेल माना जाता है, जहां यह खेल बेहद लोकप्रिय है और वहां के लोग इस खेल को बड़े ही उत्साह के साथ खेलते हैं।
राष्ट्रीय खेलों की सूची:
दुनिया के विभिन्न देशों में अलग-अलग राष्ट्रीय खेल होते हैं। उदाहरण के लिए:
भारत: हॉकी (अनौपचारिक रूप से)
रूस: सतरंज और फुटबॉल
जापान: सूमो कुश्ती
अमेरिका: बेसबॉल
न्यूजीलैंड: रग्बी
कनाडा: आइस हॉकी (सर्दी में) और लैक्रोस (गर्मी में)
न्यूजीलैंड: रग्बी यूनियन
बांग्लादेश: कबड्डी
श्रीलंका: वॉलीबॉल
अर्जेंटीना: पाटो
भारत में सबसे लोकप्रिय खेल:
हालांकि भारत का कोई राष्ट्रीय खेल नहीं है, लेकिन क्रिकेट निश्चित रूप से भारत का सबसे लोकप्रिय खेल है। भारतीय क्रिकेट टीम की सफलता और खेल की बढ़ती लोकप्रियता ने इसे भारतीय जनमानस के बीच सबसे पसंदीदा खेल बना दिया है। क्रिकेट के अलावा, बैडमिंटन, फुटबॉल, कबड्डी, और हॉकी भी भारत में काफी लोकप्रिय हैं।
निष्कर्ष:
राष्ट्रीय खेल दिवस न केवल हमारे महान खिलाड़ियों को श्रद्धांजलि देने का एक अवसर है, बल्कि यह हमें खेलों की महत्ता का भी स्मरण कराता है। भारत जैसे विविधता भरे देश में खेलों का अलग-अलग रूप देखने को मिलता है, और यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। खेलों के प्रति युवाओं में जागरूकता बढ़ाना और उन्हें खेलों में शामिल करना, हमारे समाज और देश के लिए अत्यंत आवश्यक है।